10 दिन में नपुंसकता और बाँझपन जड़ से खत्म
आज के समय में आयुर्वेद की दुनिया मे बहुत सारी औषधियों की खोज हो चुकी है। और कई औषधियों की खोज अभी भी जारी है। आयुर्वेद की औषधियों से पुराने से पुराने बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है। हमारी दुनिया में ऐसे बहुत से लोग है जो बच्चे पैदा करने में असमर्थ हैं। तो अब आपको परेशान बिल्कुल भी जरुरत नहीं है।आज हम आपको कुछ ऐसे आयुर्वेद औषधि के बारे में बताएंगे जिसके सेवन से बाँझपन और नपुसंकता की समस्या मात्र 15 दिन में जड़ से खत्म हो जाएगी।
औषधि का नाम क्या है और यह कहा पायी जाती है -
सत्यानाशी इस आयुर्वेद औषधि का नाम है। सत्यानाशी एक पौधे का नाम है। इस पौधे के तने और पत्ते में कांटे होतें हैं।सत्यानाशी के फूल का रंग लाल होता है। सत्यानाशी का पौधा भारत में पाया जाता है। यह पौधा खेत-खलिहानों और नमी वाले स्थानों में ज्यादा मिलता हैं।
सत्यानाशी के औषधीय गुण और उनका उपयोग-
बाँझपन और नपुंसकता को जड़ से करें खत्म-
आप जानते ही होंगे नपुंसकता एक ऐसी बीमारी है जो इस बीमारी से पीड़ित होता है वो सन्तान उत्पन्न करने में असमर्थ हो जाता है। उसके शुक्राणुओं में कमी आ जाती है। जो लोग इस बीमारी से पीड़ित है उनके लिए सत्यानाशी का पौधा राम बाण नुस्खा है। इसके लिए आप सत्यानाशी पौधे के जड़ की छाल को छाया में सुखाकर उसका पाउडर बना लें। इसका आधा चम्मच रोज सुबह 1 गिलास दूध में मिलकर खाएं। इसके सेवन से स्वप्नदोष, सीघ्रपतन और नपुंसकता जैसी बीमारी मात्र 16 दिनों में जड़ से खत्म हो जाएगी।
दूसरा उपाय- आप सत्यानाशी के जड़ों को छाया में सुखाकर उसका पाउडर बना लें। फिर इस पाउडर को बरगद के दूध में मिलाकर छोटी- छोटी गोलियां बना लें और गोलियों को पानी मे सूखा लें। फिर हर रोज सुबह एक गोली एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लें। अगर आप ऐसा करतें हैं तो आपकी यह समस्या मात्रा 14 दिन में जड़ से खत्म हो जाएगा।
विशेष- अगर आप इस उपाय को 15-20 दिन तक कर लेते है तो आपकी नपुंसकता और बाँझपन की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी। और आप बच्चा पैदा करने के योग्य बन जाएंगे।
अगर इस पोस्ट से आपको थोड़ा भी जानकारी प्राप्त हुई हो तो इस पोस्ट को लाइक और शेयर करना न भूलें। अगर आपका कोई सवाल है तो हमसे पूछ सकतें है हम आपके सवाल का जबाब बहुत जल्द देने की कोशिश करेंगे।
औषधि का नाम क्या है और यह कहा पायी जाती है -
सत्यानाशी इस आयुर्वेद औषधि का नाम है। सत्यानाशी एक पौधे का नाम है। इस पौधे के तने और पत्ते में कांटे होतें हैं।सत्यानाशी के फूल का रंग लाल होता है। सत्यानाशी का पौधा भारत में पाया जाता है। यह पौधा खेत-खलिहानों और नमी वाले स्थानों में ज्यादा मिलता हैं।
सत्यानाशी के औषधीय गुण और उनका उपयोग-
बाँझपन और नपुंसकता को जड़ से करें खत्म-
आप जानते ही होंगे नपुंसकता एक ऐसी बीमारी है जो इस बीमारी से पीड़ित होता है वो सन्तान उत्पन्न करने में असमर्थ हो जाता है। उसके शुक्राणुओं में कमी आ जाती है। जो लोग इस बीमारी से पीड़ित है उनके लिए सत्यानाशी का पौधा राम बाण नुस्खा है। इसके लिए आप सत्यानाशी पौधे के जड़ की छाल को छाया में सुखाकर उसका पाउडर बना लें। इसका आधा चम्मच रोज सुबह 1 गिलास दूध में मिलकर खाएं। इसके सेवन से स्वप्नदोष, सीघ्रपतन और नपुंसकता जैसी बीमारी मात्र 16 दिनों में जड़ से खत्म हो जाएगी।
दूसरा उपाय- आप सत्यानाशी के जड़ों को छाया में सुखाकर उसका पाउडर बना लें। फिर इस पाउडर को बरगद के दूध में मिलाकर छोटी- छोटी गोलियां बना लें और गोलियों को पानी मे सूखा लें। फिर हर रोज सुबह एक गोली एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लें। अगर आप ऐसा करतें हैं तो आपकी यह समस्या मात्रा 14 दिन में जड़ से खत्म हो जाएगा।
विशेष- अगर आप इस उपाय को 15-20 दिन तक कर लेते है तो आपकी नपुंसकता और बाँझपन की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी। और आप बच्चा पैदा करने के योग्य बन जाएंगे।
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Ling khada ho jayega
ReplyDeleteKhaya phhada nhi huaa
ReplyDeleteThanks for providing such a great information to root out infertility. plzz make a another blog about the Best IVF Centre in Punjab
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