तीन महिलाओं बनाती हैं ऐसा खाना, सब कहते हैं मां
कहते
हैं जो लोग जिन्दगी में कुछ करना चाहते हैं तो वह लोग रूकते नहीं हैं. जितनी बार
गिरते हैं उतनी बार फिर उठते हैं. ऐसी ही एक कहानी है तीन महिला की.
तीन
महिला है जो जिंदगी में सारी ठोकरे खाकर यहां तक पहुंची हैं. तीनों ने खाना बनाने
के टैलेंट को अपना हथियार बनाकर आगे बढ़ती रही और आज उन्होंने खुद का रेस्टोरेंट
खोल लिया हैं.
दरअसल,
तीनों महिला त्रिपुरा की रहने वाली है और इनकी उम्र 60 के आसपास है. इन तीनों के बेटे
और बहू ने इन्हें घर से बेदखल कर दिया तो इन्होंने जीने की उम्मीद छोड़ दी थी. मगर
फिर भी अपने सपने नहीं मरने नही दिए.
इन
तीनों की मदद करने में ममता के रिश्तेदारों की बहुत बड़ा हाथ था, जो अरुणाचल में रहते थे. तीनों वहां
जाकर रहने लगी. उन्होंने वहां जाकर खाना बानने की आदत को जारी रखा और फिर धीरे-धीरे
उन्होंने छोटा सा रेस्टोरेंट खोल दिया.
6
महीने बाद से ही लोग उनके खाने को पसंद करने लगे थे. लोगों में उनकी जगह मां के
रुप में होने लगी. तीनों ने उन लोगों को खाना कम पैसों में देना शुरू किया, जो रोजाना खाने का पैसा नहीं उठा सकते थे.
उनके खाने का स्वाद और तरीका लोगों के दिलों में जगह बनाने में कामयाब हुआ और अब
तीनों ने पार्टियों में कैटरिंग का काम शुरू कर दिया. इतना समय बीत जाने के बाद भी
तीनों महिलाओं ने एक भी कर्मचारी को नहीं रखा। तीनों खुद ही सारा काम देखती है और
करती हैं.
एक अंग्रेजी
समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में ममता कहती हैं, हम जो सबसे अच्छा कर सकते थे, वो था खाना बनाना है और बंगाली होने के
नाते खाना बनाने का हमारे पास काफी टैलेंट था.
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